मानसून की शुरुआत हो चुकी है। ऐसे में बरसात का मौसम राहत के साथ-साथ कई बार खतरे भी लेकर आता है। जब बादलों की गड़गड़ाहट तेज हो जाती है और तेज हवाएं चलने लगती हैं, तो बिजली गिरने की संभावना भी बढ़ जाती है। भारत में हर साल सैकड़ों लोगों की जान आकाशीय बिजली गिरने से चली जाती है।
ग्रामीण इलाकों में यह खतरा ज्यादा होता है क्योंकि वहां लोग खुले खेतों में या पेड़ों के नीचे आश्रय लेने की कोशिश करते हैं। जिससे उनकी मौत हो जाती है।
लेकिन यदि कुछ जरूरी सावधानियों को समय रहते अपनाया जाए, तो इस प्राकृतिक आपदा से बचा जा सकता है। आइए जानते हैं आकाशीय बिजली (Lightning) से कैसे बचा जा सकता है। इसके साथ ही किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
Thunderstorm Alert मानसून में राहत के साथ खतरे भी होते हैं। आकाशीय बिजली हर साल भारत में सैकड़ों जानें लेती है, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में। थोड़ी सी सावधानी जान बचा सकती है।
1. खुले स्थान पर क्या करें?
-
मजबूत पक्के आश्रय में जाएं।
-
पेड़ों के नीचे न खड़े हों।
-
कोई आश्रय न हो तो “Lightning Safety Position” अपनाएं – कान बंद करें, एड़ियां जोड़ें, और जमीन से कम संपर्क रखें।
2. घर के अंदर सावधानी
-
इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के प्लग निकालें।
-
तार वाले टेलीफोन, धातु के पाइप, शॉवर, खिड़की-दरवाजों से दूर रहें।
-
बिजली की सप्लाई व इन्वर्टर बंद करें।
3. बाहर निकलना पड़े तो…
-
धातु की चीजें (छाता, गहने) हटा दें।
-
पानी के स्रोतों से दूर रहें।
-
बिजली के खंभों, टॉवर, ट्रांसफॉर्मर से बचें।
4. पहाड़ी और खुले इलाके में क्या करें?
-
ऊंचाई और धातु से बचें।
-
रबड़ की चप्पलें पहनें, नंगे पैर न रहें।
-
खुले मैदान में न रुकें।
5. वाहन में हैं तो…
-
कार/बस सबसे सुरक्षित आश्रय हैं।
-
खिड़कियां बंद रखें, धातु को न छुएं।
-
तूफान थमने तक वाहन में ही रहें।